डेंगू की अचूक आयुर्वेदिक औषधि है दिव्य डेंगूनिल वटी

हरिद्वार। बरसात के मौसम के बाद महामारी के रूप में फैल रहे डेंगू को देखते हुए पतंजलि ने ड़ेंगूमुक्त बनाने के लिये " दिव्य डेंगूनिल वटी" नामक औषधि कई प्रमाणिक क्लीनिकल ट्रायल के बाद तैयार की है। पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए आचार्य बालकृष्ण जी का दावा है कि "दिव्य डेंगूनिल वटी" की 2-2 टेबलेट दिन में तीन बार लेने से डेंगू पीड़ित मरीज बहुत जल्दी ठीक हो जाता है और उसकी प्लेटलेट्स भी कम नहीं होती है। उन्होंने बताया कि "दिव्य डेंगूनिल वटी" गिलोय, तुलसी, पपीता पत्ती, ग्वारपाठा और अन्य हिमालय की दिव्य जड़ी बूटियों से निर्मित एक अनुभूत प्रभावकारी औषधि है। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि प्रति वर्ष बरसात के मौसम के बाद कई बीमारियों का खतरा बन जाता है लेकिन इस वर्ष डेंगू ने भयानक स्थिति पैदा कर दी है जिससे कई व्यक्तियों की जान तक चली गयी है। डेंगू से पीड़ित व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है और डेंगू का इलाज भी महंगा है। इसलिये पतंजलि ने तय किया है कि जो भी गरीब व्यक्ति डेंगू से पीड़ित है वह अपना प्रिस्क्रिप्शन दिखाकर मुफ्त में इस औषधि को प्राप्त कर सकता है। पतंजलि आयुर्वेद के माध्यम से ड़ेंगू की रोकथाम के लिये दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 1875 डेंगू के मरीज नेगेटिव हुए है।