ऊखीमठ के लिए रवाना हुई भगवान केदारनाथ की चल उत्सव डोली



लखपत सिंह राणा

केदारनाथ। भैयादूज के अवसर पर प्रातः 8.30 बजे पारम्परिक  विधिविधान व पूर्जा अर्चना के साथ विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदार के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बन्द हो गये हैं। कपाट बन्द होते ही बम बम भोले के जयकारों के साथ बाबा केदार की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ के लिए रवाना हुई। केदारनाथ से चलकर बाबा की पंचमुखी चल विग्रह डोली गौरीकुण्ड होते हुए रामपुर पहुंची यहीं डोली का रात्री प्रवास भी होगा, रामपुर में इस मौके पर भण्डारे व केदार महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसमें केदारघाटी की अनेकों प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया जायेगा।रामपुर के बाद 30 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली गुप्तकाशी स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर में प्रवास करेगी। 31 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी जहां पूरे शीतकाल के दौरान बाबा केदार की पूजा अर्चना की जायेगी।इस वर्ष अब तक बाबा केदारनाथ में दर्शनार्थियों की संख्या पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 9,94,701 रही। जो अपने आप में नया कीर्तिमान है। इस अवसर पर बद्री केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी डी सिंह,मुख्य पुजारी केदार लिंग,मंदिर अधिकारी यदुवीर पुष्वाण,वेदपाठी स्वयंवर सेमवाल, मृत्युंजय हिरेमठ,लेखाकार रमेश चंद्र तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।