हरिद्वार। रविवार को पूरे देश में दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। घरों, इमारतों को रंगीन रोशनी की लड़ियों से सजाया गया और लोगों ने घरों के सामने और छतों पर मिट्टी के दिये जलाए। हालांकि उच्चतम न्यायालय की ओर से प्रतिबंध की वजह से पटाखों की गूंज अपेक्षाकृत कम सुनाई दी।
दीपावली के मौके पर लोगों ने एक दूसरे को मिठाई और उपहार दिए, मंदिरों में भगवान के दर्शन किए और एक दूसरे को बधाई दी। वहीं एक दूसरे को बधाई देने के लिए लोगों ने आभासी माध्यम का भी सहारा लिया। इस बार परंपरा के अनुसार पाकिस्तान से पंजाब में लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान नहीं हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी और लोगों से अपील की कि जरूरतमंद और कम भाग्यशाली लोगों के जीवन में प्रेम, जिम्मेदारी और साझेदारी से खुशी लाने का प्रयास करें। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी लोगों को दिवाली की शुभकानाएं दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कामना की कि इस त्योहार पर लोगों के संपन्न एवं स्वस्थ्य जीवन की कामना की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी सभी देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली का त्यौहार सैनिकों के साथ मनाया। इस बार उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में दिवाली मनाई। उन्होंने सैनिकों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सरकार को फैसला लेने में सक्षम बनाता है जिसे असंभव माना जाता था। मोदी ने कहा कि हर कोई दिवाली अपने परिवार के साथ मनाना चाहता है और वह भी अपने परिवार सशस्त्र बलों के बहादुर जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए आए हैं। सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ करीब दो घंटे रहे मोदी सैन्य जैकेट पहने हुए थे और उन्होंने सैनिकों को शुभकमानाएं दी और मिठाई बांटी।
पटाखों से दूर इस बार हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी दीपावली