....ये देश रहना चाहिये
अब देश के बहुत से लोग कहने लगे हैं कि सरकार जो कर रही है वो गलत है। यह कहना गलत होगा या कहने वाला गलत होगा क्योंकि ये उस व्यक्ति को गलत ठहरा रहे हैं जिसे भारत के लोगों ने सत्ता सौंपी है। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि अब देश के लोग उस व्यक्ति के द्वारा किये जा रहे कार्यों को गलत क्यों कह रहे हैं? कुछ दिनों पहले एक संदेश सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा था जिसमें लिखा गया था कि “एयर इंडिया ले लो, इंडियन रेलवे ले लो, बीएसएनएल ले लो,........, इण्डिया ले लो।” अधिकतर देशवासियों को लगता है कि सरकारी सम्पत्तियों को बेचना गलत बात है क्योंकि देश में जब कुछ सरकारी सम्पत्ति ही नहीं रहेगी तो सरकार किस बात की?  कुछ रिपोर्ट की मानें तो भारत आर्थिक मंदी में है इस बात को गंभीरता से लेने के वजाय हम राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर बहस कर रहे हैं। कुछ आम समाचारों को दबाने के लिए यह सब फैला दिया जाता है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कवि अटल बिहारी बाजपेयी ने एक बार संसद सत्र में कहा था ।



सरकारे आएगी जाएगी पार्टियां बनेगी,

बिगड़ेगी मगर ये देश रहना चाहिए।




आज इस वाक्य की धारण करने की जरूरत है।