भाजपा शासित राज्य में गन्ना किसान भुगतान न होने से पाई पाई को मोहताज

हरिद्वार। वैसे तो विभिन्न राजनैतिक दल चुनावों में किसानों के हित के बारे बड़े वादे करते हैं लेकिन सत्ता में आते ही उनका किसानों के प्रति रवैया किसी से भी नहीं छुपा है। ताजा मामला जनपद हरिद्वार के इकबालपुर क्षेत्र के गन्ना किसानों का है जो गन्ना पिराई से पहले अपने पिछले 2 वर्ष के गन्नों का भुगतान पाने के लिये इकबालपुर शुगर मिल के बाहर धरना दे रहे हैं। आपको बताते चले कि इकबालपुर शुगर मिल द्वारा पिछले 2 वर्षों से गन्ना किसानों का लगभग अरबो रुपये बकाया चल रहा है और इसी बकाये के लिये किसान पिछले कई दिनों से शुगर मिल के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक न तो स्थानीय प्रशासन, न शासन और न सरकार द्वारा किसानों के बकाया गन्ना भुगतान को कोई ठोस सकारात्मक आश्वासन दिया गया है। 2014 के आम चुनावों व फिर 2019 के आम चुनावों में मोदी जी ने देश के किसानों की दशा सुधारने व उनकी आय को दुगुना करने के लिये बड़ी बड़ी बातें की थी लेकिन देश के अन्नदाता का दुर्भाग्य है कि उसकी आय तो दुगुनी हुई नहीं बल्कि आज भी किसान को अपने गन्ना मूल्य का भुगतान भी समय से नहीं मिल पा रहा है जिससे भाजपा शासित राज्य में किसानों की और दुर्दशा होती जा रही है। यह हालत तब हैं जब झबरेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष से लेकर विधायक, सांसद, राज्य सरकार, केंद्र सरकार, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल सभी भाजपा के हैं। गन्ना भुगतान को लेकर जब स्थानीय किसानों से पूछा गया तो उन्होंने रोते हुए बताया कि पिछले 2 वर्षो से गन्ने का भुगतान न होने के कारण उन्हें भारी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें पाई पाई के लिये मोहताज होना पड़ रहा है। बच्चों की स्कूलों की फीस तक नहीं दी जा रही है। अब उन्हें सरकारों से भी उम्मीद नहीं है कि वे उनका पिछले 2 वर्षो का गन्ना मूल्य का भुगतान करवा देगी।