रुड़की। भाजपा पार्षद प्रत्याशियों की सूची में सैनी समाज को मात्र एक पार्षद प्रत्याशी बनाये जाने पर रुड़की सैनी समाज के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। बताते चले कि रुड़की निगम में सैनी बहुतायत में निवास करते हैं और कभी जनपद सहारनपुर सहित हरिद्वार की राजनीति में सैनी समाज का बोलबाला हुआ करता था लेकिन उत्तराखण्ड निर्माण के बाद से ही राजनीति में सैनी समाज नेपथ्य में चला गया। उसी का परिणाम है कि चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों दलों ने सैनी समाज की अनदेखी ही की है। सैनी समाज के लोगों का तो यहां तक कहना है कि अब सैनी समाज भाजपा का पिछलग्गू बन गया है। पिछले वर्षों के आधार पर कहा जा सकता है कि सैनी समाज भाजपा का कैडर वोट माना जाता है लेकिन सैनी समाज बस कैडर वोट तक ही सीमित है।
भाजपा ने देर रात 40 वार्डों में 37 पार्षद पद के प्रत्याशियों के नाम घोषित किये थे। इस सूची के जारी होने के बाद सैनी समाज ने रोष जताया है इसका कारण है कि 37 प्रत्याशियों में सैनी समाज का मात्र एक पार्षद प्रत्याशी का ही नाम है। जो सैनी समाज के लिए निराशाजनक है। सैनी सभा के अध्यक्ष नरेश सैनी ने कहा कि दोनों दलों द्वारा जो सैनी समाज की उपेक्षा की गई है वह समाज के लिये विचारणीय व चिंतनीय भी है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जल्द ही सैनी समाज की बैठक बुलाकर विचार किया जाएगा।
भाजपा द्वारा नगर निगम रुड़की की जो सूची जारी की गई है उसमें कश्यप समाज – 3, क्षत्रिय(ठाकुर) – 1, त्यागी समाज – 0, प्रजापति समाज – 0, यादव समाज – 0।
रुड़की- टिकट वितरण को लेकर सैनी समाज में उपजा रोष