उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत ने आज अपने फेसबुक पेज के जरिये लिखा कि सरकार के हवाले से छपी खबर जिसमें कांग्रेस के कार्यकाल में खरीदी गई 400 बसें, मानकों पर खरी नहीं हैं और उसकी जांच होगी। निश्चित तौर पर जांच होनी चाहिये और यदि मानकों पर खरी नहीं है, तो ऐसी बसों परिचालन से तत्काल हटा दिया जाना चाहिये। ये उन सब स्टैंडर्ड बसों को संचालित करने का बहाना नहीं बन सकती हैं, जो इस समय खरीदी गई हैं, जिसमें एयर बॉक्स से लेकर के गाड़ियों पर लगाये गये टायर तक नकली हैं और मैं मांग करता हॅू कि, उसकी खरीद की उच्च स्तरीय जांच हो, न्यायिक जांच हो और साथ-साथ जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उन 400 बसों को परिचालन से हटा देना चाहिये। क्योंकि जो सब स्टैंडर्ड बसें हैं, वो लोगों के जीवन के लिए खतरा हो सकती हैं।अलबत्ता यह सत्य है कि, अपने परिचालन के लगभग 4 वर्षों के अन्दर उन बसों में कोई खामी उभर करके नहीं आयी है। मगर यदि सरकारी सूत्र खामी महसूस करते हैं, तो उन्हें सब स्टैंडर्ड बसों का कभी भी संचालन नहीं करना चाहिये, क्योंकि उसमें आम नागरिक का जिन्दगी का सवाल जुड़ा हुआ है।
हरीश रावत ने की कांग्रेस कार्यकाल में खरीदी 400 बसों की उच्चस्तरीय जांच की मांग