प्रदूषण भीतर हो या बाहर, दोनों हानिकारक

हर्ष सैनी


हरिद्वार। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के 66 वे जन्मदिवस के उपलक्ष में पुरे देश भर में में 1266 अस्पतालों के भवनों, शौचालयों, जल निकासी/जल क्षेत्रों और पार्कों में स्वछता अभियान चलाया गया इसी क्रम में हरिद्वार एवं बहादराबाद के सरकारी अस्पताओ संत निरंकारी मिशन एवं चैरिटेबल फाउंडेशन के तत्वाधान में हरिद्वार का महिला अस्पताल एवं जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादराबाद में विशाल सफाई अभियान चलाया गया जिसमें संत निरंकारी ब्रांच हरिद्वार एवं बहादराबाद के सैंकड़ों सेवादारों व भक्तों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। संत निरंकारी मिशन अध्यात्मिक जागरूकता के साथ साथ कई अन्य प्रकार से भी मानव सेवा करता आ रहा है समाज कल्याण की गतिविधियों पर अधिक से अधिक ध्यान दिया जा सके इसके लिए अप्रैल 2010 में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट का गठन किया गया। आज फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ युवाओं एवं महिलाओं के शसक्तीकरण के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित कर रही है। यह सभी सेवायें केवल सेवा भाव से ही की जा रही है, फाउंडेशन का उद्देश्य हर घर शिक्षा स्वास्थ्य कोई अन्य सामाजिक कार्य हर मानव के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिले और यह धरती स्वर्ग के सामान दिखाई दे यही इस फाउंडेशन का मूल उद्देश्य है। 


हर वर्ष बाबा हरदेव जी के जन्मदिन के उपलक्ष पर यह देश व्यापी अपितु विश्व व्यापी स्वछता अभियान वर्ष 2003 लगातार आयोजित किया जा रहा है। समय समय पर अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई के अतिरिक्त अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों पुरातन स्मारकों, समुंद्र तथा नदियों के तटो इत्यादि पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है। इन प्रयासों को जन-साधारण और भारत सरकार द्वारा बहुत सराहा गया है। सफाई अभियान के बाद सत्संग का आयोजन किया गया जिसमे बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं व मानव कल्याण के दृष्टिकोण, जिसका मानव के प्रति भाव है कि " प्रदूषण भीतर हो या बाहर, दोनों हानिकारक है" और "जीवन की सार्थकता तभी है , अगर यह दूसरों के लिए जिया जाए " के बारे में बताया। परम पूज्य सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से फाउंडेशन की सभी सामाजिक गतिविधियों को नियमित रूप से मानव में ईश्वर-अंश को जानकर किया।