देहरादून। पेटीएम केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर हैकर ने एक छात्रा के बैंक खातों से साढ़े चार लाख रुपये उड़ा दिए जिसके लिए हैकर ने युवती से मोबाइल पर पहले एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड कराया। फिर केवाईसी फीस के नाम पर वालेट में बैंक खाते से एक रुपये जमा करने को कहा। युवती के ऐसा करने के कुछ देर बाद ही उसके दो बैंक खाते खाली हो गए। युवती की तहरीर पर रायपुर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार टीना गुप्ता नि0 तिरुपति एनक्लेव, रायपुर के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पेटीएम का कर्मचारी बताते हुए कहा कि आपके वालेट की केवाईसी अपडेट नहीं है। इसे तत्काल अपडेट कर लीजिए, वरना पेटीएम की सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। टीना ने हैकर से इसकी प्रक्रिया पूछी। इस पर हैकर ने कहा कि सबसे पहले उन्हें अपने मोबाइल पर क्विक सिक्योरिटी नाम का सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना होगा। इसके साथ ही हैकर ने कुछ देर बार दोबारा कॉल करने की बात कहते हुए फोन काट दिया। टीना ने उसके बताए अनुसार अपने मोबाइल में सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लिया। करीब 10 मिनट बाद हैकर ने फिर कॉल की और टीना से दूसरा नंबर देने को कहा। जिससे वह उस नंबर पर बात करते हुए केवाईसी अपडेट करने की प्रक्रिया बता सके। इस पर टीना अपनी मां के फोन से हैकर से बात करने लगी। केवाईसी अपडेट करने के लिए हैकर ने टीना से कहा कि अपने किसी बैंक खाते से पेटीएम वालेट में एक रुपये ट्रांसफर करे। यह केवाईसी की फीस होगी। टीना ने पीएनबी के अपने अकाउंट से पेटीएम वालेट में एक रुपया जमा कर दिया। इस दौरान हैकर ने उससे एटीएम कार्ड की जानकारी भी ले ली। इसके थोड़ी देर बाद टीना के बैंक खाते से 45 हजार रुपये कट गए। टीना ने दोबारा फोन कर रकम कटने के बारे में पूछा तो हैकर ने कहा कि थोड़ी देर बाद यह रकम उनके आइसीआइसीआइ बैंक के खाते में भेज दी जाएगी। लेकिन, थोड़ी देर बाद उनके आइसीआइसीआइ बैंक के खाते से भी चार लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि टीना को पूर्वोत्तर के किसी राज्य से फोन किया गया था। रकम भी वहीं किसी बैंक की शाखा में ट्रांसफर की गई है।
सायबर ठगी: पेटीएम केवाईसी अपडेट के नाम पर छात्रा से ठगे साढ़े चार लाख रुपये