अरुण कश्यप
हरिद्वार। कोरोना वायरस के संंक्रमण को फैलने से रोकने के लिये धर्मनगरी हरिद्वार में भी लॉक डाउन जारी है। धर्म नगरी में इसका ज्यादा असर इसलिए पड़ा क्योंकि यहां दूर-दराज से आए श्रद्धालु यात्रियों का बड़ा जमावड़ा साल के 12 महीने लगा रहता है। इसी तरह कई श्रद्धालु ऐसे थे जो लॉकडाउन से पहले यहां आए थे और यही फंस गए। हरिद्वार को धर्मनगरी कहा जाता है क्योंकि यहां मोक्ष दायिनी मां गंगा के साथ-साथ सैकड़ों धर्मार्थ आश्रम स्थित है जिनमें कई मानव सेवी कार्य होते हैं इन्हीं में से एक है भोजन वितरण। कई आश्रम और संस्थाओं में हर दिन भोजन वितरण होता है जिसके चलते सालों से विरक्त लोग यहां अपना प्रवास करते आए हैं शायद यही कारण है कि धर्मनगरी में उन लोगों की तादाद भी बहुत ज्यादा है जिनका अपना ऐसा कोई नहीं जो उन्हें खाना तक दे सके। ऐसे लोगो को नियमित रूप से कुछ आश्रम भोजन बंटवाते थे लेकिन लगभग सभी आश्रमों में लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों के चलते ये सभी कार्य बंद कर दिए गए है। लॉक डाउन की शुरुआत से अब तक शायद ही कोई व्यक्ति भूखा सोया हो क्योंकि धर्मनगरी के लोगों का हृदय भी धर्म से भरा हुआ है इसका प्रमाण हमें इन दिनों धर्मनगरी की सड़कों पर देखने को मिल रहा है। जहां एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों लोग अपने अपने तरीके से उन व्यक्तियों तक भोजन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं जिन्हें इस वक्त भोजन की सबसे ज्यादा जरूरत है। सोशल मीडिया पर देखा देखी आज सैकड़ों लोग इस पुनीत कार्य में लगे हैं।
सुखद परिणाम ये है कि हर दिन सुबह होते हैं। दर्जनों समाजसेवी अपनी कारो और दो पहिया वाहनों उन लोगो तक खाना चाय और नाश्ता लेकर निकल पड़ते हैं जिन्हें उसकी जरूरत होती हैं। इसी कड़ी में जरूरत मंदो को खाना पहुंचाने का कश्यप दल फाउंडेशन का अभियान आज तीसरे दिन भी जारी रहा।आज करीब 500 लोगो तक इस अभियान के तहत खाना पहुंचाया गया।
संस्था के संरक्षक नवीन अग्रवाल ने कहा कि आज हमने शांतिकुंज, मोतीचूर, हर की पौड़ी, पुराना ओद्योगिक क्षेत्र आदि स्थानों पर जा जाकर जरूरत मंद लोगो तक खाना पहुंचाया गया। जिसमें अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह की टीम ने भी सहयोग किया।
संस्था के अध्यक्ष देवराज कश्यप ने बताया कि हमने प्रति दिन 500 लोगो तक भोजन पहुंचाने का को लक्ष्य निर्धारित किया है उसे हम पूरे लॉक डाउन तक कायम रखेंगे।
इस अभियान में अरुण कश्यप, अलका अग्रवाल, दुष्यंत शर्मा, विवेक कश्यप, सुनील कश्यप, दिव्या भारती, शिवकुमार कश्यप, मनोज कश्यप, आकाश जैन, सुशील कश्यप, विनोद कश्यप, मोनू कुमार आदि ने सहयोग किया।