प्रवेश द्वार पर अब खुली बैठक होने की अटकलें तेज

हर्ष सैनी


हरिद्वार। ग्राम पंचायत रावली महदूद/ब्रह्मपुरी में प्रवेश द्वार को लेकर राजनीति लगातार गरमा रही है जी हाँ, इस मसले पर ग्राम पंचायत की बैठक में बाबा साहब अंबडेकर के नाम का प्रस्ताव पारित होने के बाद लग रहा था कि अब इस मसले पर सियासत विराम ले सकती है लेकिन सूत्रों के हवाले से व एक अखबार की हैडलाइन के मुताबिक अब ऐसी खबरें सामने आई है जिसमें इस मसले पर एक खुली बैठक रखने की बात कही गई हैं सरल शब्दों में कहें तो ये मामला लगातार विवादास्पद बनता जा रहा है। आपको बता दे लंबे वक्त से ग्राम पंचायत रावली महदूद/ब्रह्मपुरी में सभी वर्गों के लोग आपसी तालमेल बनाकर रहते हैं लेकिन प्रवेश द्वार बनने से दो वर्गों के बीच आपसी विवाद रुकने का नाम नही ले रहा है इस मसले पर पिछले 15/20 दिन से सियासत लगातार पांव पसार रही है अब देखना होगा कि क्या पिछले दिनों सर्वसम्मति से पारित हुए उस प्रस्ताव को माना जायेगा? या अब कोई नया रूप इस द्वार को मिलने वाला है? दरअसल ऐसा हम इसीलिए कह रहे हैं क्योंकि अब इस मामले में नया मोड़ आया है और वो ये कि अब इस पूरे मसले पर खुली बैठक की मांग उठने लगी है जो खुली बैठक में निर्णय लिया जाएगा वही नाम प्रवेश द्वार पर लिखा जाएगा वहीँ दूसरा वर्ग पारित हुए उस प्रस्ताव को सामने दिखाने का प्रयास कर रहा है जाहिर है ये मसला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि प्रवेश द्वार पर आखिर किसके नाम पर सहमति बनती है या सिर्फ 'ग्राम पंचायत' के नाम पर प्रवेश द्वार बन सकता है आपको बता दे शुरुआती दिनों से ही इस मसले पर दो वर्गों के बीच तनाव की स्तिथि बनी हुई है। रावली महदूद/ब्रह्मपुरी में लोगों का आपसी व्यवहार काफी पुराना रहा है यहाँ कभी भी किसी भी वर्ग के महापुरुषों को लेकर वर्गों की गुटबाजी देखने को नही मिली है प्रवेश द्वार के मसले से ये सियासत लगातार गरमा रही है। आपको ये भी बताते चले इस मसले पर कुछ दिन पहले ही ग्राम पंचायत की बैठक में बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम पर एक प्रस्ताव पारित हुआ था तब खबरों के अनुसार लगने लगा था कि ये मामला अब ठंडा पड़ जायेगा लेकिन वर्गों की असहमति ज़ाहिर होने के बाद खुली बैठक की खबरें सामने आई है अब देखना होगा क्या इस मसले पर खुली बैठक होगी? यदि हुई तो खुली बैठक में किसके नाम पर सहमति बनती है।