सनातन वैदिक संस्कृति का निर्माण किये बिना हिंदुओं का अस्तित्व नहीं बच सकता: यति नरसिम्हा नंद, 2,3,4 अक्टूबर को डासना में होगी धर्म संसद

हरिद्वार। अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने आज हरिद्वार के प्रेस क्लब में पपत्रकारों से वार्ता करते हुए यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि भारत के राजनैतिक दलों की गलत नीतियों के कारण आज यहाँ हिन्दुओ का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। जिस तरह से भारत के मुस्लिम अपनी आबादी बढा रहे हैं और हिन्दुओ की आबादी घट रही है, उससे तो ऐसा लगता है कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान हो जाएगा और उसके बाद भारत के हिन्दुओ की स्थित अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओ जैसी हो जाएगी।इस स्थिति से बचने के लिये हिन्दुओ को शीघ्रता से इजरायल की तरह सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण करना ही होगा। उन्होंने संतो से आगामी महाकुम्भ को सनातन वैदिक राष्ट्र को समर्पित करने का निवेदन किया ताकि पूरे विश्व के हिन्दू इस कार्य मे जुट जाएं। उन्होंने बताया कि सनातन वैदिक राष्ट्र को लेकर पहली धर्म संसद 2, 3 और 4 अक्टूबर 2020 को शिवशक्ति धाम डासना जिला गाज़ियाबाद में आयोजित की जाएगी।सनातन के सभी धर्मगुरुओ को इस महान कार्य मे सहयोग करना चाहिये। प्रेस वार्ता में दिव्यांग बालयोगी ज्ञाननाथ जी महाराज ने कहा कि हम सब हिन्दुओ के लिये ये वास्तव में बहुत ही शर्मनाक है कि सौ करोड़ हिन्दुओ के पास अपना कोई देश नहीं है।दुनिया का कोई भी धर्म,संस्कृति और सभ्यता बिना अपने राष्ट्र के ज्यादा दिन तक जीवित नहीं रह सकती। हम हिन्दुओ ने 1947 में इस देश को सनातन वैदिक राष्ट्र न घोषित करके बहुत बड़ी ऐतिहासिक गलती की थी जिसका मूल्य हमे आज चुकाना पड़ रहा है।अब समय आ गया है कि हिन्दुओ को अपनी गलतियों को सुधारना पड़ेगा।इस महान कार्य मे सनातन के सभी धर्मगुरुओं को अपनी पूरी शक्ति लगानी चाहिये। पण्डित अधीर कौशिक जी ने प्रेस वार्ता में बताया कि आज हरिद्वार जैसी धार्मिक नगरी में भी हर तरह से हिन्दुओ की आस्था पर प्रहार किया जा रहा है। हमारे मन्दिरो को तोड़ा जा रहा है और हमारी माँ गंगा को देवधारा घोषित करने का षडयंत्र किया जा रहा है। आज देश मे फिल्मो और वेब सीरीज बनाकर हमारे धर्म पर आघात किया जा रहा है। इस पर धर्मगुरुओ और संतो की चुप्पी बड़ी कष्टप्रद है। अगर हमारा अपना कोई राष्ट्र होता तो ऐसा नहीं होता।इसीलिये अब सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण के लिये अतिशीघ्र अभियान आरम्भ किया जाएगा। यह अभियान हरिद्वार से आरंभ करके दुनिया के हर हिन्दू तक पहुँचाया जाएगा ताकि जल्दी से जल्दी सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।