मेलाधिकरी दीपक रावत का दावा कुम्भ मेला प्रारम्भ होने से पूर्व पूर्ण हो जाएगा नेशनल हाइवे का काम

हरिद्वार। कोरोनाकाल को देखते हुए हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुम्भ 2021 को लेकर उत्तराखण्ड सरकार और मेला प्रशासन कुम्भ मेले का प्रचार व प्रसार करने से कतरा रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सरकार व मेला प्रशासन का मानना है कि यदि मेले  का ज्यादा प्रचार व प्रसार कर दिया तो मेले में भारी भीड़ आने की संभावना बढ़ जाएगी। जिससे कोरोना माहमारी के संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिये सरकार व मेला प्रशासन को जोर इस बार कुम्भ को भव्य व दिव्य बनाने का है। इस बार कुम्भ के दौरान कुम्भ मेले को दिव्य बनाने के लिये विशेषकर हर की पैड़ी के आस पास सभी पुलों, सेल्फी पॉइंट व विशेष स्थानों पर बिजली की लाइटों से जगमगाया जाएगा। जिसको जगमगाने की जिम्मेदारी विभिन्न बैंकों को सौंपी जा रही है। एक विशेष भेंटवार्ता में मेलाधिकारी ने दावा किया कि 31 दिसम्बर 20 तक लगभग 300 करोड़ के कुम्भ कार्य पूर्ण करा दिए जाएंगे और मेले प्रारम्भ होने से पूर्व नेशनल हाइवे का काम भी पूर्ण कर लिया जाएगा। मेलाधिकरी दीपक रावत ने इस बार कुम्भ मेले से हरिद्वार की जनता को आस्था पथ का निर्माण एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इसी के साथ साथ सौंदर्यीकरण पर भी जोर देने को बात मेलाधिकरी ने कही।